अकेला

कोई साथ chaye हर सफर मै, कोइ खास chaye.. Hamdaba नही, हमदर्द chaye.. दिल का किल निकने के लिए कोई ओज़ार chaye... रूह के साथ का नही रूहानियत तक का सफर chaye.. एक खास chaye, दिल के पास chaye.. जो हर गम केआँसू को , खुशी मै बदल dae, ऐसा फर्शिता chaye... अल्लाह vhi देख मुसैरिये , Bole मै ही तो हू तेरा साथ बस हुलिया नया है.. ऐसा राज chaye, ऐसा कोई खास chaye.. #Inspired from Rohaniyat

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